Bharati Bhavan Bio Ex-2 Solution

Bharati Bhavan Bio Ex-2 Solution : जैव प्रक्रम : श्वसन

This page provides the Bharati Bhavan Bio Ex-2 Solution , specifically prepared for students appearing in the Bihar Board Matric Exam. It includes all types of questions from Chapter 2 – Respiration (श्वसन), such as objective questions, fill in the blanks, very short answer, short answer, and long answer questions, each explained clearly and in detail. All answers are given below in a structured format to help you prepare effectively.

भारती भवन की पाठ्यपुस्तक बिहार बोर्ड कक्षा 10 के छात्रों के लिए एक बेहतरीन संसाधन है, जो बिहार बोर्ड (BSEB) के नवीनतम पाठ्यक्रम पर आधारित है। भारती भवन पुस्तक की सभी प्रकार के प्रश्नों का समाधान यहाँ पर निशुल्क उपलब्ध हैं। छात्र विषयों के समाधान को समझ सकें इसके लिए प्रश्नों के उत्तर सरल एवं स्पष्ट भाषा में समझाया गया है, आकर्षक चित्रों से समझाया गया है तथा उत्तम उदाहरणों से प्रश्नों को समझाया गया है। आपके बोर्ड परीक्षा की तैयारी बेहतर हो इसका विशेष ध्यान रखा गया है।

अध्याय - 2 : श्वसन : इस अध्याय में हमें क्या सीखा।

बिहार बोर्ड कक्षा 10 भारती भवन विज्ञान के कक्षा 10 के दूसरे अध्याय “श्वसन” में हमने जीवन की सबसे अहम प्रक्रिया को करीब से समझा। श्वसन वह प्रक्रिया है, जो जीवों के हर एक पल की गतिविधि के पीछे छिपी शक्ति है। भोजन, विशेषकर ग्लूकोज, जब शरीर के भीतर ऑक्सीजन के साथ मिलकर टूटता है, तो उससे जीवन को चलाने वाली ऊर्जा मिलती है। यही ऊर्जा जीवों को बढ़ने, काम करने और हर क्षण जीवित रहने का आधार देती है।

इस अध्याय में हमें यह भी पता चलता है कि श्वसन की दो अलग-अलग विधियाँ होती हैं। पहली है वायवीय श्वसन, जिसमें ऑक्सीजन की उपस्थिति में ग्लूकोज पूरी तरह टूटकर अधिक ऊर्जा (ATP) प्रदान करता है। दूसरी है अवायवीय श्वसन, जिसमें ऑक्सीजन न होने पर भोजन का केवल आंशिक विघटन होता है और यीस्ट जैसे जीव अल्कोहल, कार्बन डाइऑक्साइड और थोड़ी-सी ऊर्जा बनाते हैं।

आगे बढ़ते हुए, अध्याय हमें मानव श्वसन तंत्र की यात्रा पर ले जाता है—नासिका से लेकर ग्रसनी, श्वास नली और फेफड़ों तक। हमने जाना कि श्वसन के दो पल सबसे महत्वपूर्ण होते हैं—प्रश्वास, जब हम हवा को भीतर खींचते हैं, और उच्छ्वास, जब हम हवा को बाहर छोड़ते हैं।
इसी के साथ, हमने कोशिकीय श्वसन की बारीकियों, एटीपी (ATP) की भूमिका और ग्लूकोज के टूटने के हर चरण को समझा। श्वसन केवल ऊर्जा ही नहीं देता, बल्कि इसके साथ-साथ कार्बन डाइऑक्साइड और जल जैसे अपशिष्ट भी बाहर निकलते हैं।

हमारा ही समाधान क्यो?

  • हमारा समाधान बिहार बोर्ड कक्षा 10 के न्यूनतम पाठ्यक्रम (Syllabus) पर आधारित है।
  • यह समाधान सरल, आसान और स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत किया गया है।
  • भारती भवन जीवविज्ञान के अभ्यास (Exercise) समाधान के साथ अनेक महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी दिए गए हैं।
  • हमारी वेबसाइट पर भारती भवन जीवविज्ञान के साथ-साथ अन्य विषयों के समाधान भी उपलब्ध हैं।
  • यहाँ आपको निःशुल्क उच्च गुणवत्ता वाले PDF मिलेंगे।

श्वसन (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

1. इनमे सामान्यतः किसका उपयोग कोशिका द्वारा ऊर्जा उत्पादन के लिए होता है?
(A) एमिनो अम्ल
(B) वसा अम्ल
(C) ग्लूकोस
(D) सुक्रोस
उत्तर: (C) ग्लूकोस

2. पौधों में किस क्रिया के द्वारा बाहरी वातावरण से ऑक्सीजन कोशिकाओं को पहुँचता है?
(A) विसरण
(B) किण्वन
(C) प्रकाशसंश्लेषण
(D) ‘क’ तथा ‘ख’
उत्तर: (A) विसरण

3. मनुष्य के ट्रैकिया में पाए जाते है:
(A) उपास्थि के बने पूर्ण वलय
(B) उपास्थि के बने अपूर्ण वलय
(C) क्यूटिकल के बने पूर्ण वलय
(D) क्यूटिकल के बने अपूर्ण वलय
उत्तर: (B) उपास्थि के बने अपूर्ण वलय

4. श्वसन कि क्रिया में खाद्य पदार्थ का क्या होता है?
(A) संश्लेषण
(B) दहन
(C) विघटन
(D) परिवर्तन
उत्तर: (C) विघटन

5. अवायवीय श्वसन कोशिका के किस भाग में होता है?
(A) माइटोकॉन्ड्रिया
(B) कोशिकाद्रव्य
(C) हरितलवक
(D) कोशिका झिल्ली
उत्तर: (B) कोशिकाद्रव्य

6. मनुष्यों में सांस लेने और छोड़ने कि क्रिया को क्या कहा जाता है?
(A) श्वसन
(B) श्वासोच्छवास
(C) निश्वसन
(D) निःश्वसन
उत्तर: (B) श्वासोच्छवास

7. आणविक ऑक्सीजन के उपलब्ध नहीं होने से पाइरुवेट का परिवर्तन जन्तुओ में किस में होता है?
(A) लैक्टिन अम्ल
(B) इथेनॉल
(C) साइट्रिक अम्ल
(D) ग्लूकोस
उत्तर: (A) लैक्टिक अम्ल

8. पौधों में गैसों के आदान-प्रदान के लिए रहते हैं:
(A) जड़
(B) रंध्र
(C) तना
(D) टहनी
उत्तर: (B) रंध्र

9. निःश्वास द्वारा निकली वायु में रहती है:
(A) CO2
(B) O2
(C) पाइरुवेट
(D) नाइट्रोजन
उत्तर: (A) CO2

श्वसन (रिक्त स्थान)

1. वह क्रिया जिसके द्वारा कोशिकाओं में ग्लूकोस के ऑक्सीकरण से ऊर्जा का उत्पादन होता है, श्वसन कहलाती है।

2. मनुष्य का दायाँ और बायाँ नासिका वेश्म नासा पट्टिका के द्वारा एक-दूसरे से पृथक होते हैं।

3. श्वसन एक जैव-रासायनिक क्रिया है।

4. श्वसन-प्रक्रिया में ग्लूकोस का विघटन (ऑक्सीकरण) होता है।

5. श्वसन में ऑक्सीकरण की क्रिया कोशिकाद्रव्य और माइटोकॉन्ड्रिया में संपन्न होती है।

6. कीटों के रक्त में हीमोग्लोबिन या उसके जैसा श्वसन रंजक नहीं होता है।

7. मछली में गिल्स एक चपटी थैली में होती है, जिसे गिल कोष्ठ कहते हैं।

श्वसन : (अतिलघु उत्तरीय प्रश्न)

1. ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ग्लूकोस के ऑक्सीकरण को क्या कहते है?
उत्तर: ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ग्लूकोस के ऑक्सीकरण को अवायवीय श्वसन कहते हैं।

2. ऑक्सीजन की उपस्थिति में ग्लूकोस के ऑक्सीकरण को क्या कहते है?
उत्तर: ऑक्सीजन की उपस्थिति में ग्लूकोस के ऑक्सीकरण को वायवीय श्वसन कहते हैं।

3. जैव कोशिकाओं में रासायनिक ऊर्जा का सार्वजनिक वाहक क्या कहलाता है?
उत्तर: जैव कोशिकाओं में रासायनिक ऊर्जा का सार्वजनिक वाहक ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) कहलाता है।

4. कोशिकीय ईंधन किसे कहते है?
उत्तर: कोशिकीय ईंधन ग्लूकोस को कहते हैं।

5. संपूर्ण श्वसन-क्रिया के दो प्रमुख चरणों के नाम क्या हैं?
उत्तर: संपूर्ण श्वसन-क्रिया के दो प्रमुख चरण हैं: ग्लाइकोलिसिस और क्रेब्स चक्र (या इलेक्ट्रॉन परिवहन श्रृंखला)।

6. श्वसन जीवों के लिए क्यों आवश्यक है?
उत्तर: श्वसन जीवों के लिए आवश्यक है क्योंकि यह भोजन से ऊर्जा मुक्त करता है, जो जीवन के सभी कार्यों के लिए अनिवार्य है।

7. श्वसन की प्रक्रिया में उपोत्पाद के रूप में क्या मुक्त होता है?
उत्तर: श्वसन की प्रक्रिया में उपोत्पाद के रूप में कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) और जल (H₂O) मुक्त होता है।

8. श्वसन के दो चरणों में किस आधार पर बांटा गया है?
उत्तर: श्वसन के दो चरणों (वायवीय और अवायवीय) को ऑक्सीजन की उपस्थिति या अनुपस्थिति के आधार पर बांटा गया है।

9. अवायवीय श्वसन किसे कहते हैं?
उत्तर: अवायवीय श्वसन वह प्रक्रिया है जिसमें ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ग्लूकोस का आंशिक विघटन होता है और कम ऊर्जा उत्पन्न होती है।

10. वायवीय श्वसन की क्रिया किस स्थिति में आरंभ होती है?
उत्तर: वायवीय श्वसन की क्रिया ऑक्सीजन की उपस्थिति में आरंभ होती है।

11. पाइरुवेट का पूर्ण ऑक्सीकरण किस चरण में होता है?
उत्तर: पाइरुवेट का पूर्ण ऑक्सीकरण वायवीय श्वसन के दौरान माइटोकॉन्ड्रिया में होता है।

12. पौधों में श्वसन गैसों का आदान-प्रदान किन अंगों से होता है?
उत्तर: पौधों में श्वसन गैसों का आदान-प्रदान पत्तियों में रंध्रों (स्टोमाटा), तने में वातरंध्रों (लेंटिसेल्स) और जड़ों की सतह से होता है।

13. पौधों में गैसों का विनिमय किस क्रिया से होता है?
उत्तर: पौधों में गैसों का विनिमय विसरण क्रिया से होता है।

14. अमीबा तथा पैरामीशियम में श्वसन शरीर की कौन-सी संरचना के माध्यम से होता है?
उत्तर: अमीबा तथा पैरामीशियम में श्वसन शरीर की सामान्य सतह (कोशिका झिल्ली) के माध्यम से विसरण द्वारा होता है।

15. मछली के श्वसन अंग का नाम लिखें।
उत्तर: मछली के श्वसन अंग का नाम गिल्स है।

16. स्थलीय कीट तथा मनुष्य के श्वसनांगों के नाम लिखें।
उत्तर: स्थलीय कीटों का श्वसनांग श्वासनली या ट्रैकिया है, और मनुष्य का श्वसनांग फेफड़े हैं।

17. स्थलीय कीटों में पाए जाने वाले श्वसन का प्रकार क्या कहलाता है?
उत्तर: स्थलीय कीटों में पाए जाने वाले श्वसन का प्रकार श्वासनली श्वसन कहलाता है।

18. वर्टिब्रेटा के दो ऐसे वर्गों के नाम लिखें जिनमें श्वसन केवल फेफड़े से होता है।
उत्तर: वर्टिब्रेटा के दो ऐसे वर्ग जिनमें श्वसन केवल फेफड़े से होता है, वे हैं सरीसृप और स्तनधारी।

19. मनुष्य में श्वसन क्रिया में प्रयुक्त संपूर्ण अंगों के नाम लिखें।
उत्तर: मनुष्य में श्वसन क्रिया में प्रयुक्त संपूर्ण अंग हैं: नासिका छिद्र, ग्रसनी, कंठ, श्वासनली (ट्रैकिया), श्वसनी (ब्रोंकाई), और फेफड़े।

20. फेफड़ों द्वारा श्वसन किन दो क्रियाओं से पूर्ण होता है?
उत्तर: फेफड़ों द्वारा श्वसन दो क्रियाओं, निश्वसन और निःश्वसन, से पूर्ण होता है।

21. पचे हुए भोज्य-पदार्थ से ऊर्जा का उत्पादन किस क्रिया से होता है?
उत्तर: पचे हुए भोज्य-पदार्थ से ऊर्जा का उत्पादन श्वसन क्रिया से होता है।

22. यीस्ट में पाइरुवेट से इथेनॉल किस क्रिया द्वारा बनता है?
उत्तर: यीस्ट में पाइरुवेट से इथेनॉल किण्वन क्रिया द्वारा बनता है।

23. ज्यादा चलने के बाद हमारी मांसपेशियों में ऐंठन (cramp) किस यौगिक के निर्माण से होता है?
उत्तर: ज्यादा चलने के बाद हमारी मांसपेशियों में ऐंठन लैक्टिक अम्ल के निर्माण से होता है।

24. श्वसन के प्रथम चरण बने पाइरुवेट का पूर्ण ऑक्सीकरण कहाँ होता है?
उत्तर: श्वसन के प्रथम चरण में बने पाइरुवेट का पूर्ण ऑक्सीकरण माइटोकॉन्ड्रिया में होता है।

25. ग्रसनी कंठद्वार के नीचे कहाँ खुलती है?
उत्तर: ग्रसनी कंठद्वार के नीचे श्वासनली (ट्रैकिया) में खुलती है।

26. प्रत्येक श्वसनी फेफड़े में प्रवेश कर विभाजित होने के बाद क्या बनती है?
उत्तर: प्रत्येक श्वसनी फेफड़े में प्रवेश कर विभाजित होने के बाद श्वसनिकाएँ बनती हैं।

27. मनुष्य के शरीर में फेफड़ा कहाँ अवस्थित रहता है?
उत्तर: मनुष्य के शरीर में फेफड़ा वक्षगुहा में अवस्थित रहता है।

28. वक्षगुहा के पश्च भाग में अवस्थित एक गुंबद के आकार की संरचना क्या कहते हैं?
उत्तर: वक्षगुहा के पश्च भाग में अवस्थित एक गुंबद के आकार की संरचना को डायाफ्राम कहते हैं।

29. हीमोग्लोबिन कहाँ रहता है?
उत्तर: हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) में रहता है।

30. रक्त से फेफड़े में आया कार्बन डाइऑक्साइड का बची हवा के साथ निकलने की क्रिया को क्या कहते हैं?
उत्तर: रक्त से फेफड़े में आया कार्बन डाइऑक्साइड का बची हवा के साथ निकलने की क्रिया को निःश्वसन कहते हैं।

भारती भवन जीवविज्ञान के अन्य अध्यायों का समाधान

क्र. सं. अध्याय का नाम
1 जैव प्रक्रम : पोषण
3 परिवहन
4 उत्सर्जन
5 नियंत्रण एवं समन्वय
6 जनन
7 आनुवंशिकता
8 हमारा पर्यावरण

श्वसन : (लघु उत्तरीय प्रश्न)

1. श्वसन सजीवों के लिए क्यों अनिवार्य है?
उत्तर: श्वसन सजीवों के लिए अनिवार्य है क्योंकि श्वसन से ऊर्जा उत्पन्न होता है जो जीवों के सभी जैविक कार्यों (जैसे वृद्धि, गति, प्रजनन) के लिए आवश्यक है।

2. श्वसन की परिभाषा लिखें।
उत्तर: श्वसन वैसी क्रियाओं के समिल्लित रूप को कहते हैं जिसमें बाहरी वातावरण से ऑक्सीजन ग्रहण कर शरीर की कोशिकाओं में पहुँचाया जाता है जहाँ इसका उपयोग कोशिकीय ईंधन का ऑक्सीकरण कई चरणों में विशिष्ट एंजाइमों की उपस्थिति में करके जैव ऊर्जा का उत्पादन किया जाता है तथा इस क्रिया से उत्पन्न कार्बन डाइऑक्साइड को फिर कोशिकाओं से शरीर के बाहर निकाल दिया जाता है।

3. संपूर्ण श्वसन की प्रक्रिया को समीकरण से दर्शाएं।
उत्तर: संपूर्ण वायवीय श्वसन की प्रक्रिया का समीकरण निम्नलिखित है:
C₆H₁₂O₆ + 6O₂ + एंजाइम → 6CO₂ + 6H₂O + ऊर्जा (ATP)

4. ग्लूकोस के आंशिक ऑक्सीकरण से किन-किन यौगिकों का निर्माण होता है?
उत्तर: ग्लूकोस का आंशिक ऑक्सीकरण अवायवीय श्वसन के दैरान होता है। इससे विभिन्न यौगिकों का निर्माण हो सकता है, जैसे: यीस्ट में इथेनॉल और कार्बन डाइऑक्साइड का निर्माण होता है। हमारे पशोयों में लैक्टिक अम्ल का निर्माण होता है।

5. लगातार दौड़ने से व्यक्ति की पेशियों में दर्द क्यों होता है?
उत्तर: लगातार दौड़ने से व्यक्ति की पेशियों में दर्द इसलिए होता है क्योंकि पर्याप्त ऑक्सीजन न मिलने पर मांसपेशियों में अवायवीय श्वसन होता है, जिससे लैक्टिक अम्ल का निर्माण होता है। लैक्टिक अम्ल के जमाव के कारण ही मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द महसूस होता है।

6. किण्वन किस प्रकार का श्वसन है? यह कहाँ पाया जाता है?
उत्तर: किण्वन एक प्रकार का अवायवीय श्वसन है। यह मुख्य रूप से यीस्ट, कुछ बैक्टीरिया और कुछ परिस्थितियों में मांसपेशियों की कोशिकाओं में पाया जाता है।

7. श्वासनली या ट्रैकिया क्या है?
उत्तर: श्वासनली या ट्रैकिया एक नलीदार श्वसन तंत्र संरचना है जो कंठ को श्वसनी से जोड़ती है और फेफड़ों तक वायु पहुँचाने का मार्ग है। यह कीटों तथा तिलचट्टा में होती है।

8. मछलियों में गिल्स कहाँ अवस्थित होते हैं?
उत्तर: मछलियों में गिल्स दो समूहों में पाए जाते हियाँ। प्रत्येक गिल्स समूह सिर के पार्श्व भाग में आँख के ठीक पीछे स्थित होते हैं। प्रत्येक समूह में कई जिल्स आगे से पीछे की ओर शृंखलाबद्ध तरीके से व्यवस्थित होते हैं।

9. मानव शरीर की कौन-कौन-सी संरचनाएँ या अंग श्वसन तंत्र का निर्माण करती हैं?
उत्तर: मानव शरीर में नासिका छिद्र, नासा मार्ग, ग्रसनी, कंठ, श्वासनली, श्वसनी और फेफड़े मिलकर श्वसन तंत्र का निर्माण करती हैं।

10. श्वासोच्छवास क्या है?
उत्तर: श्वासोच्छवास प्रश्वास तथा उच्छवास से मिलकर होने वाली प्रक्रिया है। जिसमें प्रश्वास में वायु को फेफड़ों के अंदर लिया जाता है और उच्छवास में वायु को फेफड़ों से बाहर निकाला जाता है। यह श्वसन प्रक्रिया का यांत्रिक भाग है।

श्वसन : (दीर्घुत्तरीय प्रश्न)

1. अवायवीय एवं वायवीय श्वसन के विभेदों को स्पष्ट करें।
उत्तर: अवायवीय श्वसन एवं वायवीय श्वसन में निम्नलिखित मुख्य अंतर हैं-
1. वायवीय श्वसन ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है जबकि अवायवीय श्वसन ऑक्सीजन के अनुपस्थिति में होता है।
2. वायवीय श्वसन का प्रथम चरण कोशिकाद्रव्य में तथा द्वितीय चरण माइटोकॉण्ड्रिया में पूरा होता है जबकि अवायवीय श्वसन की पूरी क्रिया कोशिकाद्रव्य में होती है।
3. वायवीय श्वसन में ग्लूकोस का पूर्ण ऑक्सीकरण (विखंडन) होता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल का निर्माण होता है जबकि अवायवीय श्वसन में ग्लूकोस का आंशिक ऑक्सीकरण होता है एवं पायरुवेट, इथेनॉल सिरिंज या लैक्टिक अम्ल का निर्माण होता है।
4. वायवीय श्वसन में अवायवीय श्वसन की तुलना में बहुत ज्यादा ऊर्जा मुक्त होती है।

2. पायरुवेट के बिखण्डन के विभिन्न पथों के बारे में लिखें।
उत्तर: पायरुवेट एक तीन कार्बन वाला यौगिक है जो अवायवीय श्वसन के प्रथम चरण, अर्थात् ग्लाइकोलाइसिस में ग्लूकोस के आंशिक विखंडन से बनता है। यह कोशिकाद्रव्य में उत्पन्न होता है। पायरुवेट का आगे विखंडन ऑक्सीजन की उपलब्धता पर निर्भर करता है। पायरुवेट के विखंडन के मुख्य रूप से तीन पथ होते हैं, जो निम्नलिखित हैं:
1. अल्कोहली किण्वन : यह पथ ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है और मुख्यतः यीस्ट जैसे सूक्ष्मजीवों में देखा जाता है। इसमें पायरुवेट पहले एसिटैल्डिहाइड में परिवर्तित होता है, जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) मुक्त होती है। उसके बाद एसिटैल्डिहाइड NADH की सहायता से इथेनॉल में बदल जाता है। इस प्रक्रिया से प्रति ग्लूकोस अणु मात्र 2 ATP ऊर्जा प्राप्त होती है। यह किण्वन प्रक्रिया ब्रेड बनाने, शराब उत्पादन आदि में उपयोगी है।
समीकरण: पायरुवेट → एसिटैल्डिहाइड + CO₂ → इथेनॉल।

2. लैक्टिक अम्ल किण्वन : यह भी ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है और मनुष्यों की पेशी कोशिकाओं तथा कुछ बैक्टीरिया (जैसे लैक्टोबैसिलस) में सामान्य है। इसमें पायरुवेट सीधे NADH की सहायता से लैक्टिक अम्ल में परिवर्तित हो जाता है। इस प्रक्रिया से भी प्रति ग्लूकोस अणु मात्र 2 ATP ऊर्जा मुक्त होती है। पेशियों में लैक्टिक अम्ल का अधिक संचय थकान या ऐंठन (cramp) का कारण बनता है।
समीकरण: पायरुवेट → लैक्टिक अम्ल।

3. वायवीय ऑक्सीकरण : यह पथ ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है और अधिकांश यूकेरियोटिक कोशिकाओं में पाया जाता है। पायरुवेट माइटोकॉण्ड्रिया में प्रवेश करता है, जहाँ यह पहले एसिटाइल कोए में बदलता है (इसमें CO₂ मुक्त होती है)। उसके बाद एसिटाइल कोए क्रेब्स चक्र या साइट्रिक एसिड चक्र में प्रवेश करता है, जहाँ इसका पूर्ण विखंडन होता है और CO₂, H₂O तथा बड़ी मात्रा में ऊर्जा (ATP) मुक्त होती है। इस प्रक्रिया से प्रति ग्लूकोस अणु लगभग 36-38 ATP प्राप्त होते हैं।
समीकरण: पायरुवेट + O₂ → CO₂ + H₂O + ATP (पूर्ण ऑक्सीकरण के माध्यम से)।

3. स्थलीय कीटों में श्वसन अंग की रचना तथा श्वसन विधि का वर्णन करें।
उत्तर: स्थलीय कीटों (जैसे टिड्डा या ग्रासहॉपर तथा तिलचट्टा या कॉकरोच) में श्वसन का मुख्य अंग ट्रैकिया या श्वासनली तंत्र होता है। यह एक जटिल नलिका प्रणाली है जो हवा से भरी होती है और गैसों के आदान-प्रदान के लिए विशेष रूप से अनुकूलित होती है। कीटों में श्वसन रक्त के माध्यम से नहीं होता, क्योंकि उनके रक्त में हीमोग्लोबिन जैसा कोई रंजक नहीं होता जो ऑक्सीजन को बाँध सके। इसके बजाय, गैसें सीधे ऊतकों तक पहुँचती हैं। नीचे ट्रैकिया की रचना तथा श्वसन की विधि का विस्तृत वर्णन दिया गया है।

श्वसन अंग की रचना
ट्रैकिया तंत्र कीटों के शरीर में एक व्यापक नेटवर्क के रूप में फैला होता है। इसकी मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
1. ट्रैकिया नलिकाएँ : ये अत्यंत शाखित और पतली, हवा से भरी नलिकाएँ होती हैं। ये नलिकाएँ शरीर के भीतर फैली रहती हैं और एक ओर ऊतकों के सीधे संपर्क में होती हैं, जबकि दूसरी ओर शरीर की सतह पर खुलती हैं। ट्रैकिया की दीवारें पतली और लचीली होती हैं, जो गैसों के विसरण की सुविधा प्रदान करती हैं।

2. श्वासरंध्र : ये शरीर की सतह पर स्थित छोटे छिद्र होते हैं, जिनके माध्यम से ट्रैकिया बाहरी वातावरण से जुड़ी रहती हैं। सामान्यतः कीटों में 10 जोड़ी श्वासरंध्र पाए जाते हैं – 2 जोड़ी वक्ष में और 8 जोड़ी उदर में। ये छिद्र वाल्वों से नियंत्रित होते हैं, जो कीट की आवश्यकता के अनुसार खुलते-बंद होते हैं, जैसे अधिक गतिविधि के समय अधिक ऑक्सीजन ग्रहण के लिए।

3. ट्रैकिओल्स : ट्रैकिया की सबसे पतली और अंतिम शाखाएँ ट्रैकिओल्स कहलाती हैं। ये सूक्ष्म नलिकाएँ ऊतकों की कोशिकाओं तक पहुँचती हैं और इनमें तरल पदार्थ भरा रहता है, जो गैस विनिमय को आसान बनाता है। ट्रैकिओल्स की दीवारें बहुत पतली होती हैं, जिससे ऑक्सीजन सीधे कोशिकाओं में विसरित हो जाता है।

श्वसन की विधि
कीटों में श्वसन मुख्यतः विसरण द्वारा होता है, जिसमें गैसें (ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड) उच्च सांद्रता से निम्न सांद्रता की ओर स्वतः प्रवाहित होती हैं। यह प्रक्रिया निम्न चरणों में संपन्न होती है:
1. हवा का प्रवेश : जब कीट सक्रिय होता है, तो श्वासरंध्र खुल जाते हैं। बाहरी वातावरण की ऑक्सीजनयुक्त हवा श्वासरंध्रों से ट्रैकिया नलिकाओं में प्रवेश करती है। शरीर की पेशियों के संकुचन से उदर का आयतन बढ़ता है, जिससे ट्रैकिया में दबाव कम होता है और हवा अंदर खिंचती है।

2. गैसों का विनिमय : ट्रैकिया और ट्रैकिओल्स के माध्यम से ऑक्सीजन सीधे ऊतकों और कोशिकाओं तक पहुँचती है। कोशिकाओं में ऑक्सीजन का उपयोग ग्लूकोस के ऑक्सीकरण के लिए होता है, जिससे ऊर्जा (ATP) मुक्त होती है। इस प्रक्रिया में उत्पन्न कार्बन डाइऑक्साइड विसरण द्वारा ट्रैकिओल्स से ट्रैकिया में वापस आती है। चूंकि रक्त शामिल नहीं होता, इसलिए गैस विनिमय तेज और प्रत्यक्ष होता है।

3. हवा का निर्गमन : पेशियों के ढीले होने पर उदर का आयतन कम होता है, जिससे ट्रैकिया में दबाव बढ़ता है। कार्बन डाइऑक्साइडयुक्त हवा श्वासरंध्रों से बाहर निकल जाती है। कुछ कीटों में यह प्रक्रिया पंपिंग एक्शन द्वारा सहायता प्राप्त करती है, जैसे पंखों की गति या शरीर की गतिविधियाँ।

4. मछली के श्वसन अंग की संरचना तथा श्वसन विधि का वर्णन करें।
उत्तर: मछलियों में श्वसन का मुख्य अंग गिल्स (gills) होता है, जो जल में घुलित ऑक्सीजन का उपयोग करके श्वसन प्रक्रिया संपन्न करता है। गिल्स का होना मछलियों का एक विशेष लक्षण है। नीचे गिल्स की संरचना तथा श्वसन की विधि का विस्तृत वर्णन दिया गया है।

श्वसन अंग की संरचना
गिल्स एक विशेष प्रकार के श्वसन अंग हैं जो जलीय वातावरण के अनुकूल होते हैं। इनकी मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
1. समूह व्यवस्था : प्रत्येक मछली में गिल्स दो समूहों में पाए जाते हैं। प्रत्येक समूह सिर के पार्श्व भाग में आँख के ठीक पीछे स्थित होता है।

2. गिल्स की व्यवस्था : प्रत्येक समूह में कई गिल्स आगे से पीछे की ओर श्रृंखलाबद्ध तरीके से व्यवस्थित होते हैं।

3. गिल कोष्ठ : हर गिल एक चपटी थैली या पाउच में स्थित होता है, जिसे गिल कोष्ठ कहते हैं। गिल कोष्ठ एक ओर आहारनाल की ग्रसनी या फैरिंक्स में खुलता है तथा दूसरी ओर शरीर के बाहर खुलता है।

4. गिल पटलिकाएँ : प्रत्येक गिल कोष्ठ में कई गिल पटलिकाएँ होती हैं। ये पटलिकाएँ पतली, रक्त वाहिनियों से युक्त संरचनाएँ होती हैं, जो गैस विनिमय की सतह प्रदान करती हैं। इनमें रक्त केशिकाओं का घना जाल फैला रहता है, जो ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के आदान-प्रदान को सुगम बनाता है।

श्वसन की विधि
मछलियों में श्वसन जलीय श्वसन कहलाता है, जो मुख्यतः विसरण द्वारा होता है। इसमें गैसें (ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड) उच्च सांद्रता से निम्न सांद्रता की ओर प्रवाहित होती हैं। यह प्रक्रिया रक्त के माध्यम से होती है, क्योंकि मछलियों के रक्त में हीमोग्लोबिन जैसे रंजक मौजूद होते हैं जो ऑक्सीजन को बाँधते हैं। श्वसन की विधि निम्न चरणों में संपन्न होती है:

1. जल का प्रवेश : मछली मुख से जल की धारा ग्रहण करती है, जो आहारनाल के फैरिंक्स में पहुँचती है।

2. जल और भोजन का पृथक्करण : फैरिंक्स में जल की धारा में स्थित भोजन ग्रासनली में चला जाता है, जबकि जल गिल कोष्ठों में प्रवेश करता है और फिर शरीर के बाहर निकल जाता है। इस प्रकार, गिल्स लगातार जल के संपर्क में रहते हैं।

3. गैसों का विनिमय : जल में घुले ऑक्सीजन गिल पटलिकाओं की रक्त वाहिनियों में स्थित रक्त में विसरित हो जाते हैं। इसके विपरीत, रक्त में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड जल में विसरित हो जाता है। यह आदान-प्रदान रक्त और जल के बीच विसरण द्वारा निरंतर होता रहता है।

4. रक्त का भूमिका : ऑक्सीजनयुक्त रक्त पूरे शरीर में परिसंचरित होता है, जहाँ यह कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुँचाता है। कोशिकीय श्वसन से उत्पन्न कार्बन डाइऑक्साइड रक्त द्वारा वापस गिल्स तक लाया जाता है और बाहर निकाल दिया जाता है।

5. कीटों में ऑक्सीजन सीधे ऊतकों को क्यों पहुँचाया जाता हैं? इस विधि में प्रयुक्त रचनाओं का वर्णन कार्यविधि के साथ करें।
उत्तर: Sorry : जल्द ही इन सभी प्रश्नों के उत्तर भी अपडेट कर दिए जाएँगे। चित्र बनाने में दिक्कत आ रही है, उसका समाधान मिलते ही आप सभी को उत्तर प्राप्त हो जाएगा।
Updates के लिए हमारे whatsapp channel Bihar Board 10th Solution से अवश्य जुड़े।

6. मनुष्य के श्वसनांगों की रचना का वर्णन करें।
उत्तर:

7. मनुष्य में श्वसन क्रिया का वर्णन करें।
उत्तर:

8. श्वसन एवं श्वासोच्छ्वास के बीच क्या विभेद है?
उत्तर:

9. कोशिकीय श्वसन का वर्णन करें।
उत्तर:

Bharati Bhavan Bio Ex-2 Solution

बिहार बोर्ड कक्षा 10 जीवविज्ञान के लिए 40 महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. शरीर में ऊर्जा उत्पादन के लिए मुख्य रूप से किस पदार्थ का उपयोग होता है?

(क) प्रोटीन
(ख) वसा
(ग) ग्लूकोस
(घ) सुक्रोस

उत्तर: (ग) ग्लूकोस

2. श्वसन प्रक्रिया में ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होने वाली क्रिया को क्या कहते हैं?

(क) वायवीय श्वसन
(ख) अवायवीय श्वसन
(ग) किण्वन
(घ) प्रकाशसंश्लेषण

उत्तर: (ख) अवायवीय श्वसन

3. ग्लूकोस के पूर्ण ऑक्सीकरण से कौन से पदार्थ उत्पन्न होते हैं?

(क) कार्बन डाइऑक्साइड और जल
(ख) लैक्टिक अम्ल
(ग) इथेनॉल
(घ) पायरुवेट

उत्तर: (क) कार्बन डाइऑक्साइड और जल

4. ATP को जैव कोशिकाओं में क्या कहा जाता है?

(क) कोशिकीय ईंधन
(ख) रासायनिक ऊर्जा का सार्वजनिक वाहक
(ग) ऑक्सीजन वाहक
(घ) पाचन एंजाइम

उत्तर: (ख) रासायनिक ऊर्जा का सार्वजनिक वाहक

5. अवायवीय श्वसन में ग्लूकोस का विखंडन कहाँ होता है?

(क) माइटोकॉण्ड्रिया
(ख) कोशिकाद्रव्य
(ग) हरितलवक
(घ) राइबोसोम

उत्तर: (ख) कोशिकाद्रव्य

6. पौधों में श्वसन गैसों का आदान-प्रदान किस प्रक्रिया द्वारा होता है?

(क) परासरण
(ख) विसरण
(ग) सक्रिय परिवहन
(घ) किण्वन

उत्तर: (ख) विसरण

7. मनुष्य में श्वसन तंत्र का कौन सा अंग फेफड़ों तक हवा पहुँचाता है?

(क) नासिका
(ख) ट्रैकिया
(ग) लैरिंक्स
(घ) ग्रसनी

उत्तर: (ख) ट्रैकिया

8. मछलियों में श्वसन के लिए कौन सा अंग उपयोग में आता है?

(क) फेफड़ा
(ख) गिल्स
(ग) ट्रैकिया
(घ) त्वचा

उत्तर: (ख) गिल्स

9. कीटों में श्वसन गैसों का आदान-प्रदान किसके माध्यम से होता है?

(क) रक्त
(ख) श्वाससंघ
(ग) गिल्स
(घ) फेफड़ा

उत्तर: (ख) श्वाससंघ

10. निःश्वास की वायु में किस गैस की मात्रा अधिक होती है?

(क) ऑक्सीजन
(ख) नाइट्रोजन
(ग) कार्बन डाइऑक्साइड
(घ) हाइड्रोजन

उत्तर: (ग) कार्बन डाइऑक्साइड

11. पौधों में गैसों के आदान-प्रदान के लिए कौन सा अंग मुख्य रूप से जिम्मेदार है?

(क) जड़
(ख) रंध्र
(ग) तना
(घ) फूल

उत्तर: (ख) रंध्र

12. मनुष्य के फेफड़ों में श्वसन गैसों का आदान-प्रदान कहाँ होता है?

(क) श्वसनिकाएँ
(ख) वायुकोष
(ग) श्वसनियाँ
(घ) ट्रैकिया

उत्तर: (ख) वायुकोष

13. श्वसन क्रिया में खाद्य पदार्थ का क्या होता है?

(क) संश्लेषण
(ख) ऑक्सीकरण
(ग) अवशोषण
(घ) परिवहन

उत्तर: (ख) ऑक्सीकरण

14. वायवीय श्वसन का द्वितीय चरण कहाँ पूरा होता है?

(क) कोशिकाद्रव्य
(ख) माइटोकॉण्ड्रिया
(ग) राइबोसोम
(घ) नाभिक

उत्तर: (ख) माइटोकॉण्ड्रिया

15. पौधों में रंध्र कहाँ पाए जाते हैं?

(क) जड़ों में
(ख) तनों में
(ग) पत्तियों में
(घ) फूलों में

उत्तर: (ग) पत्तियों में

16. कीटों में श्वसन के लिए कौन सा अंग उपयोग में आता है?

(क) गिल्स
(ख) ट्रैकिया
(ग) फेफड़ा
(घ) त्वचा

उत्तर: (ख) ट्रैकिया

17. मनुष्य में श्वसन क्रिया की दो प्रमुख अवस्थाएँ क्या कहलाती हैं?

(क) प्रश्वास और उच्छ्वास
(ख) ऑक्सीकरण और विखंडन
(ग) विसरण और परासरण
(घ) किण्वन और संश्लेषण

उत्तर: (क) प्रश्वास और उच्छ्वास

18. अवायवीय श्वसन में ग्लूकोस से क्या बनता है?

(क) कार्बन डाइऑक्साइड
(ख) पायरुवेट
(ग) जल
(घ) ऑक्सीजन

उत्तर: (ख) पायरुवेट

19. मछलियों में गिल्स कहाँ अवस्थित होते हैं?

(क) सिर के पाश्र्व भाग में
(ख) पूँछ के पास
(ग) पेट के नीचे
(घ) पीठ पर

उत्तर: (क) सिर के पाश्र्व भाग में

20. मनुष्य के ट्रैकिया की दीवार को मजबूती देने के लिए क्या पाया जाता है?

(क) उपास्थि के पूर्ण वलय
(ख) उपास्थि के अपूर्ण वलय
(ग) क्यूटिकल के वलय
(घ) हड्डी के वलय

उत्तर: (ख) उपास्थि के अपूर्ण वलय

21. पौधों में श्वसन की गति की तुलना में जंतुओं में श्वसन की गति कैसी होती है?

(क) तेज
(ख) धीमी
(ग) समान
(घ) अनियमित

उत्तर: (क) तेज

22. मनुष्य के फेफड़ों में कितने वायुकोष पाए जाते हैं?

(क) 3 × 10⁸
(ख) 7 × 10⁸
(ग) 1 × 10⁶
(घ) 5 × 10⁷

उत्तर: (क) 3 × 10⁸

23. प्रश्वास के समय वक्षगुहा का आयतन कैसा होता है?

(क) घटता है
(ख) बढ़ता है
(ग) स्थिर रहता है
(घ) अनियमित होता है

उत्तर: (ख) बढ़ता है

24. कीटों में श्वसन गैसों का परिवहन किसके माध्यम से नहीं होता?

(क) रक्त
(ख) ट्रैकिया
(ग) श्वाससंघ
(घ) ऊतक

उत्तर: (क) रक्त

25. पौधों में जड़ों द्वारा ऑक्सीजन का अवशोषण कहाँ से होता है?

(क) मिट्टी के कणों के बीच की हवा से
(ख) जल से
(ग) वायुमंडल से
(घ) पत्तियों से

उत्तर: (क) मिट्टी के कणों के बीच की हवा से

26. श्वसन के उपोत्पाद के रूप में क्या निकलता है?

(क) ऑक्सीजन
(ख) कार्बन डाइऑक्साइड और जल
(ग) ग्लूकोस
(घ) पायरुवेट

उत्तर: (ख) कार्बन डाइऑक्साइड और जल

27. मनुष्य में नासिका वेश्मों को अलग करने वाली संरचना क्या कहलाती है?

(क) नासा पट्टिका
(ख) कॉँची
(ग) म्यूकस मैम्ब्रेन
(घ) लैरिंक्स

उत्तर: (क) नासा पट्टिका

28. श्वसन क्रिया में कौन सा यौगिक ऊर्जा का भंडारण करता है?

(क) ग्लूकोस
(ख) ATP
(ग) पायरुवेट
(घ) लैक्टिक अम्ल

उत्तर: (ख) ATP

29. मछलियों में श्वसन गैसों का आदान-प्रदान किसके बीच होता है?

(क) रक्त और जल
(ख) रक्त और हवा
(ग) ऊतक और हवा
(घ) गिल्स और हवा

उत्तर: (क) रक्त और जल

30. पौधों में रात्रि के समय कौन सी गैस रंध्रों से निकलती है?

(क) ऑक्सीजन
(ख) कार्बन डाइऑक्साइड
(ग) नाइट्रोजन
(घ) हाइड्रोजन

उत्तर: (ख) कार्बन डाइऑक्साइड

31. मनुष्य में श्वसन क्षेत्र कहाँ स्थित होता है?

(क) नासिका वेश्म का ऊपरी भाग
(ख) नासिका वेश्म का मध्य और निचला भाग
(ग) लैरिंक्स
(घ) ट्रैकिया

उत्तर: (ख) नासिका वेश्म का मध्य और निचला भाग

32. कीटों में श्वसन के लिए ऑक्सीजन सीधे कहाँ पहुँचता है?

(क) रक्त
(ख) ऊतक
(ग) गिल्स
(घ) फेफड़ा

उत्तर: (ख) ऊतक

33. श्वसन क्रिया का समीकरण क्या है?

(क) C₆H₁₂O₆ + 6O₂ → 6CO₂ + 6H₂O + ऊर्जा
(ख) C₆H₁₂O₆ → 2C₃H₄O₃
(ग) CO₂ + H₂O → C₆H₁₂O₆
(घ) O₂ + H₂ → H₂O

उत्तर: (क) C₆H₁₂O₆ + 6O₂ → 6CO₂ + 6H₂O + ऊर्जा

34. अवायवीय श्वसन में ऊर्जा की मात्रा कैसी होती है?

(क) बहुत अधिक
(ख) बहुत कम
(ग) मध्यम
(घ) कोई ऊर्जा नहीं

उत्तर: (ख) बहुत कम

35. मनुष्य में ट्रैकिया की लंबाई कितनी होती है?

(क) 5 सेमी
(ख) 11 सेमी
(ग) 16 सेमी
(घ) 20 सेमी

उत्तर: (ख) 11 सेमी

36. पौधों में श्वसन गैसों का परिवहन किसके द्वारा होता है?

(क) रक्त
(ख) ट्रैकिया
(ग) कोई परिवहन नहीं
(घ) गिल्स

उत्तर: (ग) कोई परिवहन नहीं

37. मछलियों में गिल कोष्ठ कहाँ खुलता है?

(क) ग्रसनी और शरीर के बाहर
(ख) फेफड़ा
(ग) ट्रैकिया
(घ) नासिका

उत्तर: (क) ग्रसनी और शरीर के बाहर

38. प्रश्वास के दौरान डायाफ्राम की स्थिति क्या होती है?

(क) गुंबद के आकार की
(ख) चपटी
(ग) स्थिर
(घ) अनियमित

उत्तर: (ख) चपटी

39. मनुष्य के फेफड़ों में श्वसन गैसों के आदान-प्रदान के लिए कितनी सतह उपलब्ध होती है?

(क) 100-200 वर्ग फीट
(ख) 400-800 वर्ग फीट
(ग) 50-100 वर्ग फीट
(घ) 1000 वर्ग फीट

उत्तर: (ख) 400-800 वर्ग फीट

40. कीटों में श्वसन रंजक की अनुपस्थिति का क्या कारण है?

(क) रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी
(ख) ऑक्सीजन की अधिकता
(ग) गिल्स की उपस्थिति
(घ) फेफड़ों की उपस्थिति

उत्तर: (क) रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी

निष्कर्ष : इस पोस्ट में आपने Bharati Bhavan Bio Ex-2 Solution को देखा। हमने इस अध्याय के वस्तुनिष्ठ प्रश्न, रिक्त स्थान, अतिलघु उत्तरीय प्रश्न, लघु उत्तरीय प्रश्न तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के समाधान को सरल एवं स्पष्ट शब्दों में देखा। आशा है कि इन सभी प्रश्नों का समाधान आप सभी को पसंद आया होगा। यदि आपका किसी प्रकार का Doubt या प्रश्न है, तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। Contact Us
Scroll to Top