
Q1: रूस में कृषक दास प्रथा का अंत कब हुआ?
[क] 1861
[ख] 1862
[ग] 1863
[घ] 1864
✔ सही उत्तर: 1861
रूस में जार एलेक्जेंडर द्वितीय ने 1861 में कृषक दास प्रथा को समाप्त किया।
रूस में जार एलेक्जेंडर द्वितीय ने 1861 में कृषक दास प्रथा को समाप्त किया।
Q2: रूस में जार का अर्थ क्या होता था?
[क] पीने का बर्तन
[ख] पानी रखने का मिट्टी का पात्र
[ग] रूस का सोमन्त
[घ] रूस का सम्राट
✔ सही उत्तर: रूस का सम्राट
जार का अर्थ रूस के सम्राट या शासक से होता था, जिसे पूर्ण अधिकार प्राप्त थे।
जार का अर्थ रूस के सम्राट या शासक से होता था, जिसे पूर्ण अधिकार प्राप्त थे।
Q3: कार्ल मार्क्स का जन्म कहाँ हुआ था?
[क] इंग्लैण्ड
[ख] जर्मनी
[ग] इटली
[घ] रूस
✔ सही उत्तर: जर्मनी
कार्ल मार्क्स का जन्म 1818 में जर्मनी के ट्रायर शहर में हुआ था।
कार्ल मार्क्स का जन्म 1818 में जर्मनी के ट्रायर शहर में हुआ था।
Q4: साम्यवादी शासन का पहला प्रयोग कहाँ हुआ?
[क] रूस
[ख] जापान
[ग] चीन
[घ] क्यूबा
✔ सही उत्तर: रूस
रूस में 1917 की क्रांति के बाद साम्यवादी शासन की स्थापना हुई थी।
रूस में 1917 की क्रांति के बाद साम्यवादी शासन की स्थापना हुई थी।
Q5: यूटोपियन समाजवादी कौन नहीं था?
[क] लुई क्लां
[ख] सेट साइमन
[ग] कार्ल मार्क्स
[घ] रॉबर्ट ओवन
✔ सही उत्तर: कार्ल मार्क्स
कार्ल मार्क्स यूटोपियन समाजवादी नहीं थे, बल्कि उन्होंने वैज्ञानिक समाजवाद की अवधारणा दी थी।
कार्ल मार्क्स यूटोपियन समाजवादी नहीं थे, बल्कि उन्होंने वैज्ञानिक समाजवाद की अवधारणा दी थी।
Q6: ‘वार एंड पीस’ किसकी रचना है?
[क] कार्ल मार्क्स
[ख] टॉलस्टाय
[ग] दोस्तोवस्की
[घ] एंजल्स
✔ सही उत्तर: टॉलस्टाय
‘वार एंड पीस’ रूसी लेखक लियो टॉलस्टाय की प्रसिद्ध रचना है।
‘वार एंड पीस’ रूसी लेखक लियो टॉलस्टाय की प्रसिद्ध रचना है।
Q7: बोल्शेविक क्रांति कब हुई?
[क] फरवरी 1917
[ख] नवंबर 1917
[ग] अप्रैल 1917
[घ] 1905
✔ सही उत्तर: नवंबर 1917
बोल्शेविक क्रांति नवंबर 1917 में रूस में हुई थी, जिसमें लेनिन के नेतृत्व में जारशाही का अंत हुआ।
बोल्शेविक क्रांति नवंबर 1917 में रूस में हुई थी, जिसमें लेनिन के नेतृत्व में जारशाही का अंत हुआ।
Q8: लाल सेना का गठन किसने किया था?
[क] कार्ल मार्क्स
[ख] स्टालिन
[ग] ट्राटस्की
[घ] केरेंसकी
✔ सही उत्तर: ट्राटस्की
लाल सेना का गठन 1918 में ट्राटस्की ने किया था, जो रूसी क्रांति के प्रमुख नेताओं में से एक थे।
लाल सेना का गठन 1918 में ट्राटस्की ने किया था, जो रूसी क्रांति के प्रमुख नेताओं में से एक थे।
Q9: लेनिन की मृत्यु कब हुई?
[क] 1921
[ख] 1922
[ग] 1924
[घ] 1926
✔ सही उत्तर: 1924
व्लादिमीर लेनिन की मृत्यु 21 जनवरी 1924 को हुई थी।
व्लादिमीर लेनिन की मृत्यु 21 जनवरी 1924 को हुई थी।
Q10: ब्रेस्टलिटोवस्क की संधि किन देशों के बीच हुई थी?
[क] रूस और इटली
[ख] रूस और फ्रांस
[ग] रूस और इंग्लैण्ड
[घ] रूस और जर्मनी
✔ सही उत्तर: रूस और जर्मनी
ब्रेस्टलिटोवस्क की संधि 3 मार्च 1918 को रूस और जर्मनी के बीच हुई थी, जिसमें रूस ने प्रथम विश्व युद्ध से अलग होने की घोषणा की।
ब्रेस्टलिटोवस्क की संधि 3 मार्च 1918 को रूस और जर्मनी के बीच हुई थी, जिसमें रूस ने प्रथम विश्व युद्ध से अलग होने की घोषणा की।
BSEB 10th History Exercise 2 Solution in Hindi : समाजवाद एवं साम्यवाद (रिक्त स्थानों की पूर्ति करें)
(क) रूसी क्रांति के समय शासक निकोलस द्वितीय था।
(ख) बोल्शेविक क्रांति का नुतत्व लेनिन ने किया था।
(ग) नई आर्थिक नीति ई० 1921 में लागू हुआ था।
(घ) राबर्ट ओवन ब्रिटेन का निवासी था।
(ङ) वैज्ञानिक समाजवाद का जनक कार्ल मार्क्स को माना जाता है।
(ख) बोल्शेविक क्रांति का नुतत्व लेनिन ने किया था।
(ग) नई आर्थिक नीति ई० 1921 में लागू हुआ था।
(घ) राबर्ट ओवन ब्रिटेन का निवासी था।
(ङ) वैज्ञानिक समाजवाद का जनक कार्ल मार्क्स को माना जाता है।
BSEB 10th History Exercise 2 Solution in Hindi : समाजवाद एवं साम्यवाद : Very Short Question Answer
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (20 शब्दों में उत्तर दें)
Q1: पूँजीवाद क्या है ?
उत्तर : ऐसी व्यवस्था जिसमें उत्पादन के साधनों का स्वामित्व व्यक्तिगत हाथों में होता है, उसे पूँजीवाद कहते हैं।
Q2: खूनी रविवार क्या है ?
उत्तर : जनवरी 1905 को रूसी जनता का समूह ‘ रोटी दो ‘ के नारे के साथ सड़क पर प्रदर्शन करते हुए सेंट पीटर्सवर्ग स्थित महल की ओर जा रहा था। जार ने उनपर गोलियों बरसाई जिससे हजारों लोगों की मौत हो गयी। इसे घटना को खूनी रविवार के नाम से जाना जाता हैं ।
Q3: अक्टूबर क्रांति क्या है?
उत्तर : लेनिन के नेतृत्व में रूस के लोग और सेना ने जार के खिलाफ तख्तापलट का निश्चय किया। 7 नवंबर 1917 ई. को पेट्रोगाद के रेलवे स्टेशन, बैंक, डाकघर, टेलीफोन केन्द्र, कचहरी तथा अन्य सरकारी भवनों पर अधिकार कर लिया गया। वहाँ का नेता करेन्सकी रूस छोड़कर भाग गया। इसे ही अक्टूबर क्रांति कहते हैं।
Q4: सर्वहारा वर्ग किसे कहते है ?
उत्तर : समाज का वैसा वर्ग जिसमें किसान, मजदूर एवं गरीब लोग शामिल हों, उसे सर्वहारा वर्ग कहते हैं।
Q5: क्रांति के पूर्व रूसी किसानों की स्थिति कैसी थी ?
उत्तर : क्रांति के पूर्व रूसी किसानों की स्थिति अत्यंत ही दयनीय थी। उनके पास बहुत ही छोटे-छोटे खेत थे जिनपर वे पुरानी ढंग से खेती करते थे। उनेक पास पूँजी का अभाव था तथा वे कर्ज के बोझ से दबे हुए थे।
BSEB 10th History Exercise 2 Solution in Hindi : समाजवाद एवं साम्यवाद : Short Question Answer
लघु उत्तरीय प्रश्न (60 शब्दों में उत्तर दें)
Q1: रूसी क्रांति के किन्ही दो कारणों का वर्णन करें?
उत्तर : रूसी क्रांति के दो कारणों का वर्णन निम्न है-
(i) जार की निरंकुशता एवं अयोग्य शासन : 1917 से पूर्व रूस में रोमनोव-राजवंश का शासन था। इस समय रूस के सम्राट को ‘जार’ हा जाता था। रूस में एक कठोर राजनीतिक संरचना स्थापित थी। 19 वीं सदी के मध्य तक यूरोप की राजनीतिक संरचना परिवर्तित हो चुकी थी तथा राजतंत्र की शक्ति सीमित की जा चुकी। परंतु रूसी राजतंत्र अपनो विशेषाधिकार छोड़ने के लिए तैयार नहीं था। जार निकोलस II, जिसके शासनकाल में क्रांति हुई, राजा के दैवी अधिकारों में विश्वास रखता था। उसे आम लोगों सुख-दुख की कतई चिंता नहीं थी। जार ने जो अफसरशाही बनायी थी वह अस्थिर, जड़ और अकुशल थी। नियुक्ति का आधार योग्यता नहीं थी। अतः गलत सलाहकारों के कारण जार की स्वेच्छाचारिता बढ़ती गई और जनता की स्थिति बद से बदतर होती गई जो क्रांति की कारण बनी।
(ii) कृषकों की दयनीय स्थिति : रूस में जनसंख्या का बहुसंख्यक भाग कृषक ही थे, परन्तु उसकी स्थिति अत्यन्त दयनीय थी। 1861 ई० में जार एलेक्जेंडर द्वितीय के द्वारा कृषि दासता समाप्त कर दी गई थी, परन्तु इससे किसानों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ था। उनके खेत बहुत छोटे-छोटे थे, जिन पर वे पुराने ढंग से खेती करते थे। उनके पास पूँजी का भी अभाव था तथा करों के बोझ से वे दबे हुए थे। ऐसे में किसानों के पास क्रांति के सिवाय कोई चारा नहीं था।
(i) जार की निरंकुशता एवं अयोग्य शासन : 1917 से पूर्व रूस में रोमनोव-राजवंश का शासन था। इस समय रूस के सम्राट को ‘जार’ हा जाता था। रूस में एक कठोर राजनीतिक संरचना स्थापित थी। 19 वीं सदी के मध्य तक यूरोप की राजनीतिक संरचना परिवर्तित हो चुकी थी तथा राजतंत्र की शक्ति सीमित की जा चुकी। परंतु रूसी राजतंत्र अपनो विशेषाधिकार छोड़ने के लिए तैयार नहीं था। जार निकोलस II, जिसके शासनकाल में क्रांति हुई, राजा के दैवी अधिकारों में विश्वास रखता था। उसे आम लोगों सुख-दुख की कतई चिंता नहीं थी। जार ने जो अफसरशाही बनायी थी वह अस्थिर, जड़ और अकुशल थी। नियुक्ति का आधार योग्यता नहीं थी। अतः गलत सलाहकारों के कारण जार की स्वेच्छाचारिता बढ़ती गई और जनता की स्थिति बद से बदतर होती गई जो क्रांति की कारण बनी।
(ii) कृषकों की दयनीय स्थिति : रूस में जनसंख्या का बहुसंख्यक भाग कृषक ही थे, परन्तु उसकी स्थिति अत्यन्त दयनीय थी। 1861 ई० में जार एलेक्जेंडर द्वितीय के द्वारा कृषि दासता समाप्त कर दी गई थी, परन्तु इससे किसानों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ था। उनके खेत बहुत छोटे-छोटे थे, जिन पर वे पुराने ढंग से खेती करते थे। उनके पास पूँजी का भी अभाव था तथा करों के बोझ से वे दबे हुए थे। ऐसे में किसानों के पास क्रांति के सिवाय कोई चारा नहीं था।
Q2: रुसीकरण की नीति क्रांति हेतु कहाँ तक उत्तरदायी थी?
उत्तर : सोवियत रूस विभिन्न राष्ट्रीयताओं का देश था। यहाँ मुख्यतः स्लाव जाति के लोग रहते थे। इनके अतिरिक्त फिन, पोल, जर्मन, यहूदी आदि अन्य जातियों के लोग भी थे। ये भिन्न-भिन्न भाषा बोलते थे तथा इनका रस्म-रिवाज भी भिन्न-भिन्न था। परन्तु रूस के अल्पसंख्यक समूह जार-निकोलस द्वितीय द्वारा जारी की गई रूसीकरण की नीति से परेशान था। इसके अनुसार जार ने देश के सभी लोगों पर रूसी भाषा, शिक्षा और संस्कृति लादने का प्रयास किया। इससे अल्पसंख्यकों में हलचल मच गई। 1863 ई० में इस नीति के विरुद्ध पोलो ने विद्रोह किया तो उनका निर्दयतापूर्वक दमन किया गया। इस प्रकार रूसी राजतंत्र के प्रति उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा था। इस क्रांति से रूसी क्रांति को और हवा मिली।
Q3:
साम्यवाद एक नई आर्थिक एवं सामाजिक व्यवस्था थी कैसे?
उत्तर : रूस में बोल्शेविक क्रांति के बाद स्थापित साम्यवाद एक नई आर्थिक एवं सामाजिक व्यवस्था बनकर उभरी। इस व्यवस्था ने आर्थिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में पूँजीपतियों तथा कुलीन वर्ग का प्रभुत्व समाप्त कर दिया। पहले भूमि बड़े भूमिपतियों, जमीन्दारों की निजी सम्पत्ति हुआ करती थी। नई व्यवस्था में कृषि-भूमि को राज्य की सम्पत्ति घोषित कर किसानों में बाँट दी गई। किसानों को अतिरिक्त उत्पादन नियत दर पर राज्य को सौंपनी होती थी। उद्योग-धन्धे तथा व्यापार के संचालन हेतु राजकीय तंत्र स्थापित हुए। इस प्रकार, साम्यवाद एक नई आर्थिक एवं सामाजिक व्यवस्था स्थापित हुई।
Q4: नई आर्थिक नीति मार्क्सवादी सिद्धांतों के साथ समझौता था कैसे?
उत्तर : 1921 में लेनिन द्वारा प्रस्तुत नई आर्थिक नीति मार्क्सवादी सिद्धांतों के साथ कुछ हद तक समझौता करती थी। क्योंकि लेनिन यह स्पष्ट देख रहा था कि तत्काल पूरी तरह समाजवादी व्यवस्था को लागू कारण तथा एक साथ सारी पूँजीवादी दुनिया से टकराना संभव नहीं है।
Q5: प्रथम विश्व युद्ध में रूस की पराजय क्रांति हेतु मार्ग प्रशस्त किया कैसे?
उत्तर : प्रथम विश्व युद्ध में रूस मित्र राष्ट्रों की ओर से युद्ध लड़ रहा था। रूस का युद्ध में सामील होने का मुख्य उद्देश्य रूसी जनता का आंतरिक मामलों से ध्यान हटकर बाहरी मामलों में उलझाना था। परंतु उनके पास अच्छे हथियार एवं पर्याप्त भोजन की सुविधा न होने के कारण युद्ध में चारों तराप रूसी सेनाओं का हार हो रहा था। बाद में स्वयं जार निकोलस II में सेना का कमान अपने हाथों में ले लिया। परिणामस्वरूप दरबार खाली हो गया और षड़यंत्र से राजतंत्र की प्रतिष्ठा और भी गिर गई।
सुमेलित करें
मिलन करने वाले प्रश्नों में उसका सही उत्तर उस प्रश्न के सामने ही दिया गया है।
मिलन करने वाले प्रश्नों में उसका सही उत्तर उस प्रश्न के सामने ही दिया गया है।
समूह ‘अ’ | समूह ‘ब’ |
---|---|
1. दास कैपिटल | (ख) कार्ल मार्क्स |
2. चेका | (घ) गुप्त पुलिस संगठन |
3. नई आर्थिक नीति | (ङ) लेनिन |
4. कार्ल मार्क्स की मृत्यु | (ग) 1883 |
5. स्टालिन की मृत्यु | (क) 1953 |